Vaastu Tips for Health

स्वास्थ्य के लिए वास्तु शास्त्र के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स निम्नलिखित हैं। इन वास्तु टिप्स का पालन करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और स्वास्थ्य में सुधार होता है।

  • शयनकक्ष की दिशा: शयनकक्ष हमेशा दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इससे मानसिक शांति मिलती है और स्वास्थ्य बेहतर रहता है। सोते समय सिर को दक्षिण या पूर्व दिशा में रखना चाहिए।
  • रसोई की दिशा: रसोई घर का निर्माण आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व दिशा) में करना चाहिए। इससे परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
  • मुख्य द्वार: घर का मुख्य द्वार उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। इससे सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है।
  • वेंटिलेशन: घर में ताजगी और शुद्ध हवा के प्रवेश के लिए उचित वेंटिलेशन होना जरूरी है। इससे घर के सदस्यों का स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
  • प्राकृतिक रोशनी: घर में पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी का होना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।
  • पूजा स्थल: पूजा का स्थान उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। यह मानसिक शांति और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
  • पानी के स्रोत: पानी के स्रोत जैसे पानी की टंकी या कुआं उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए। इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं कम होती हैं।
  • बेडरूम में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण: शयनकक्ष में अधिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण नहीं रखने चाहिए। इससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
  • साफ-सफाई: घर की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। गंदगी और अव्यवस्था से नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

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